
नाहन: कांगड़ा के समाजसेवी संजय शर्मा उर्फ बड़का भाऊ ने सरकार पर रोनहाट उपतहसील से ताल्लुक रखने वाले बिट्टू के ईलाज में रोड़ा अटकाने का आरोप लगाया है। उन्होंने सरकार सहित जिला प्रशासन व स्थानीय नेताओं को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा अगर इस समयावधि में बिट्टू के ईलाज के लिए उचित कदम नहीं उठाए जाते तो टीम बड़का भाऊ बिट्टू के साथ मिलकर भीख मांगेंगी, जिसकी शुरूआत डीसी सिरमौर के घर से सरकार के मंत्री व विधायक तक होगी।
नाहन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए समाजसेवी संजय शर्मा उर्फ बड़का भाऊ ने कहा कि सिरमौर जिला की उपतहसील रोनहाट के गांव थुंबारही में बिट्टू ने कैंसर से अपनी माता, टीबी से पिता व दिव्यांग भाई को पहले ही खो दिया है। खुद बिट्टू पोलियों के साथ-साथ कुपोषण का शिकार हो गया। 24 साल के बिट्टू के बारे में जब टीम बड़का भाऊ को पता चला तो धर्मशाला से रोनहाट पहुंचे और बिट्टू को गोद लिया और इलाज की जिम्मेदारी उठाई। संजय शर्मा ने आरोप लगाया कि टीम बड़का भाऊ के सामने बिट्टू का ईलाज न हो, इसलिए अड़चन पैदा की जा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले 7 दिनों से बिट्टू और वह इलाज करवाने के लिए चंडीगढ़ के एक नामचीन सरकारी अस्पताल के चक्कर लगाने को मजबूर है। बिट्टू के हिमाचली होने के कारण अस्पताल ने उसका इलाज करने से मना कर दिया है। बिट्टू की उम्र ज्यादा हो गई है, लिहाजा डाक्टर ने सलाह दी है कि बिट्टू का इलाज समय रहते हो गया होता तो वह ठीक हो सकता था।
संजय शर्मा ने कहा कि 24 साल के बिट्टू के पास आज तक कोई नेता और प्रशासन का अधिकारी नहीं पहुंचा। बिट्टू की देखभाल करने वाला कोई नहीं है। एक अपाहिज बिट्टू के आगे पूरा सिस्टम अपाहिज हो चुका है। बड़का भाऊ ने कहा कि अगर समय रहते बिट्टू का इलाज होता, तो उसकी हालत ऐसी नहीं होती। टीम बड़का भाऊ ने ऐलान किया कि अगर आने वाले 48 घंटे के अंदर सरकार या सिरमौर प्रशासन बिट्टू के इलाज के लिए पैसा या इलाज नहीं करवाते, तो मजबूरन टीम बड़का भाऊ बिट्टू के साथ मिलकर भीख मांगेगी।