विद्युत राज्य हिमाचल में अब नहरों पर भी बिजली पैदा की जाएगी। हिमऊर्जा ने केनाल बेस्ड हाइड्रो पावर प्लांट योजना के तहत अब हिमाचल की दो नहरों पर सोलर पावर प्लांट स्थापित कर 5 मैगावाट तक की बिजली पैदा करने का प्रोजेक्ट तैयार किया है। इस प्रोजेक्ट के तहत कांगड़ा की सिद्वार्था और शाहनहर को पायलट आधार पर लिया गया है। 5 मैगावाट के इस प्रोजेक्ट पर करीब 45 करोड़ रूपए की लागत आने की संभावनांए जताई जा रही है। केनाल बेस्ड हाइड्रो पावर प्लांट के लगने से जहां नहरों के अास पास के लोगों को बिजली की सुविधा मिल सकेगी वहीं आईपीएच को उठाऊ पेयजल और सिंचाई परियोजनाऍ की पंपिंग के लिए भी बिजली मिल सकेगी।
2 हेक्टेयर एरिया में पैदा होगी 1 मेगावाॅट बिजली
केनाल बेस्ड हाइड्रो पावर प्लांट के तहत 1 मेगावॉट बिद्युत उत्पादन के लिए 2 हेक्टेयर एरिया की जरूरत होगी। 1 मेगावॉट बिजली के उत्पादन में 8 करोड़ रुपए की लागत आने का अंदाजा लगाया जा रहा है। हिमऊर्जा अधिकारियों का कहना है कि टनल के 1.5 मीटर उंचाई पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे।
दूसरे राज्यों में भी चले हैं ऐसे प्रोजेक्ट
केनाल बेस्ड हाइड्रो पावर प्लांट प्रोजेक्ट देश के दूसरे राज्यों में सफलता के साथ चल रहे हैं। यह प्रोजेक्ट गुजरात,राजस्थान और पंजाब में चल रहे हैं। दूसरे राज्यों में इसकी सफलता को देखते हुए हिमऊर्जा ने यह प्रोजेक्ट तैयार किया है। हिमऊर्जा ने इन दो नहरों से 5 मेगावॅाट तक की सोलर एनर्जी का दोहन करने का लक्ष्य रखा है।
यह होगा फायदा
सोलर हाइड्रो पोजेक्ट लगाने के लिए सबसे बडी चुनौती जमीन की उपलब्धता की होती है। हिमऊर्जा को प्रोजेक्ट लगाने के लिए काफी मंहगे दामों में जमीन खरिदनी पड़ती है। लेकिन कैनाल बेस्ड हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट सबसे बड़ा फायदा जमीन को लेकर होगा क्योंकि इसके लिए जमीन को खरिदना नहीं पड़ेगा। नहरों के उपर सोलर पैनल स्थापित कर खाली जगह का उपयोग किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट से न केवल आस-पास के क्षेत्रों की बिजली की मांग को पूरा किया जाएगा बल्कि आईपीएच को पम्पिंग के लिए सौर ऊर्जा भी दी जाएगी। इस ऊर्जा का इस्तेमाल कर आईपीएच विभाग को उठाऊ पेय जल योजना और लिफ्ट इरिगेशन स्कीम को चलाने के लिए करोड़ों की बचत होगी।
प्रदेश में केनाल वेस्ड हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट लगाने के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। इस प्रोजेक्ट को लेकर आईपीएच को भी पत्र लिखा गया है। प्रोजेक्ट के तहत कांगड़ा जिला की सिद्वार्था और शाहनहर को चयनित किया गया है। सभी औपचारिक्ताएं पूरी होने के बाद इस प्रोजेक्ट को शुरू कर दिया जाएगा।
भानू प्रताप सिंह, सीई ओ हिमऊर्जा