सुंदरनगर : प्रदेश सरकार और प्रशासन से बार-बार गुहार लगाने के बावजूद सड़कों की हालत नहीं सुधरने पर अब लोगों ने सरकार को जवाब देना शुरू कर दिया है। लोगो द्वारा सरकार को सड़को पर पड़े जानलेवा गढ्ढों को खुद ही भरने के साथ सरकार की लचर प्रणाली का जवाब दिया गया है। ऐसा ही बीड़ा जिला मंडी के नाचन विधानसभा क्षेत्र के समाजसेवी संगठन नाचन जनकल्याण समिति ने उठाया है। बुधवार को नाचन जनकल्याण समिति के सदस्यों ने अध्यक्ष ब्रह्मदास चौहान की अध्यक्षता में एनएच-21 चंडीगढ़-मनाली पर स्थित नौलखा में सड़क के बीचोबीच बने जानलेवा गढ्ढों को अपने स्तर पर कंकरीट से भरा। जानकारी देते हुए नौलखा गांव के स्थानीय निवासी प्यार सिंह ठाकुर ने कहा कि मंडी जिला के नौलखा से डडौर तक फोरलेन कार्य शुरू होने के बाद हाईवे की हालत खराब है।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग:
स्थानीय निवासी प्यार सिंह ठाकुर ने कहा कि सड़क के बीचोबीच बने जानलेवा गड्ढे में गिरकर आए दिन वाहन चालक चोटिल हो रहे है और इन गढ्ढों के कारण कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। प्यार सिंह ठाकुर ने कहा कि सड़क की खराब स्थिति को लेकर एसडीएम और एनएचएआई को भी शिकायत की गई लेकिन इनके कान पर जूं तक नहीं रेंगती। इस सड़क पर आए दिन हादसे होते हैं। उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी विभाग इसे एनएचएआई का हिस्सा होने का रोना रोता है और एनएचएआई कंपनी के ऊपर जिम्मेदारी थोप देती है। उन्होंने कहा कि नाचन जनकल्याण समिति के अध्यक्ष ब्रह्मदास चौहान और उनकी टीम के द्वारा आज इन गढ्ढों को कंक्रीट से भरकर सराहनीय कार्य किया है।
वहीं नाचन जनकल्याण समिति के अध्यक्ष ब्रह्मदास चौहान ने कहा कि चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे-21 की हालत दयनीय बनी हुई है। इसको लेकर नाचन जनकल्याण समिति व अन्य समाजिक संगठनों के कार्यकताओं ने अपने स्तर पर कंक्रीट से गढ्ढे भरे हैं। उन्होंने कहा कि मंडी जिला से ही प्रदेश के मुख्यमंत्री होने के बावजूद जिला की सड़कों की ऐसी स्थिति होना शर्म की बात है। ब्रह्मदास चौहान ने कहा कि अगर सरकार व प्रशासन इन जानलेवा गढ्ढों को नहीं भरेगा तो नाचन जनकल्याण समिति के साथ अन्य समाजिक संगठन अपने स्तर पर ही इन गढ्ढों को भरेगी।