
नाहन: पोंग झील में बर्ड फ्लू के संदिग्ध मामले के बाद वन्य प्राणी विभाग लर्ट हो गया है। इसको लेकर रेणुकाजी झील के प्रवासी पक्षियों पर इस समय विभाग की 24 घंटे की निगरानी जारी है। इस निगरानी में पक्षियों के व्यवहार और उनके रवैया को लेकर जांच की जा रही है। सरकारी गाइडलाइन के अनुसार जब तक कोई संदिग्ध स्थिति नजर ना आए, तब तक उस क्षेत्र को सुरक्षा के मद्देनजर सील नहीं किया जा सकता।
प्रदेश के प्रमुख वेटलैंड क्षेत्र रेणुकाजी इन दिनों प्रवासी पक्षियों से गुलजार है। पोंग डैम के बाद वाइल्ड लाइफ हिमाचल प्रदेश प्रदेश के अन्य सभी उन स्थानों पर विभाग प्रवासी पक्षियों पर पैनी नजर बना चुका है, जहां प्रवासी पक्षी हर वर्ष आते हैं। जिसमें वेटलैंड क्षेत्र रेणुकाजी भी शामिल है। सरकार की गाइडलाइन के बाद देखा जा रहा है कि प्रवासी पक्षियों के ठिकानों पर किसी पक्षी की अननेचुरल डेथ या उसके व्यवहार में कोई सुस्ती या कोई अन्य परिवर्तन तो नजर नहीं आ रहा है। यदि ऐसा है तो इसकी जानकारी संबंधित क्षेत्र के अधिकारी वाइल्ड लाइफ हैडक्वार्टर को देंगे। यदि जांच के बाद यह मालूम होता है कि संबंधित सस्पेक्ट क्षेत्र के पक्षी में बर्ड फ्लू के लक्षण पाए गए हैं, तो उस एरिया को सील किया जा सकता है। फिलहाल विभाग ने मॉनिटरिंग को बढ़ा दिया है।
डीएफओ वाइल्ड लाइफ शिमला डिवीजन कृष्ण कुमार ने बताया कि बर्ड फ्लू सस्पेक्ट को लेकर सरकार व विभाग की ओर से कंफर्मेशन आई है। इसके बाद रेणुकाजी झील के प्रवासी पक्षियों पर पैनी नजर रखने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। फिलहाल यहां के सभी पक्षी स्वस्थ हैं और उनके व्यवहार को नियमित रूप से रिकॉर्ड किया जा रहा है।