काम किसी और का….नाम किसी और का…
झंडा किसी और का, डंडा किसी और का,
दल किसी और का, बंदा किसी और का।
मुर्गी किसी और की, अंडा किसी और का,
चाय किसी और की, ठंडा किसी और का।
कुड़ी किसी और की, मुंडा किसी और का,
पांव किसी और का, कंडा किसी और का।
रस्सी किसी और की, फंदा किसी और का,
कमाई किसी और की, चंदा किसी और का।
माल किसी और का, धंधा किसी और का,
बाजू किसी और की, कंधा किसी और का।
सुई किसी और की, घंटा किसी और का,
धर्म किसी और का, दंगा किसी और का।
समझौता किसी और का, पंगा किसी और का,
बुराई किसी और की, चंगा किसी और का।
तार किसी और की, खंभा किसी और का,
रोटी किसी और की, भांडा किसी और का।
स्टेयरिंग किसी और का, पंजा किसी और का,
बिस्तर किसी और का, मंजा किसी और का।
रचनाकार राजेश वर्मा।।
