हिमाचल प्रदेश विधिक साक्षरता प्राधिकरण द्वारा आज शिमला के कमला नेहरू अस्पताल में सेवारत चिकित्सकों, मैट्रर्न, वार्ड सिस्टर्ज, के लिए विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, कोर्ट नम्बर -1 श्रीमती गुरमीत कौर ने की। अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने इस अवसर पर उपस्थित डॉक्टरों को कहा कि वे रोगियों के प्रति विनम्रता, आत्मीयता तथा सहानुभूति रवैया अपनायें तथा अस्पताल में तैनात स्टॉफ को भी ऐसा रवैया अपनाने के लिए प्रेरित करें।
उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में ऐसा सौहार्दपूर्ण वातावरण प्राप्त होने से रोगी व उसके परिवारजनों की मानसिक परेशानियों को काफी हद तक कम किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि डाक्टर व अस्पताल के कर्मचारियों के मधुर व्यवहार से रोगियों के स्वास्थ्य में बहुत जल्द सुधार होता है। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से अनुरोध किया कि वे अनपढ़, लाचार, आर्थिक व सामाजिक तौर पर अभावग्रस्त रोगियों के प्रति सौहार्दपूर्ण व आत्मीयता का रवैया अपनाएं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में मरीजों को सरकार द्वारा दी जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति भी बताया जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक पात्र लोग इन सुविधाओं का भरपूर फायदा उठा सकें।
उन्होंने शिविर में उपस्थित रोगियों के अभिभावकों से कहा कि वे अस्पताल में तैनात स्टॉफ द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं व स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाकर अपना सहयोग सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि न्यायालयों में सरकारी गवाह के रूप में आने वाले चिकित्सकों को प्राथमिकता के आधार पर निबटाने का प्रावधान है। कमला नेहरू अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक श्री एल.एस.चौधरी ने इस कैम्प के आयोजन के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि उपस्थित चिकित्सकों द्वारा आज अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी से अदालती कार्यवाही बारे महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की। शिविर में के.एन.एच.अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक श्री एल.एस.चौधरी विभागाध्यक्ष डा.अमिता पॉल, मैट्रर्न सत्या दीक्षित, वार्ड सिस्टर, कुसुम तथा काफी संख्या में चिकित्सक उपस्थित थे।