
शिमला। कांगड़ा जिला के योल की एक साधारण परिवार की बेटी का भविष्य दांव पर था। हिमाचल विश्वविद्यालय की सुस्त व्यवस्था के कारण उसका रिजल्ट लेट हो गया। कई बार विश्वविद्यालय प्रशासन से संपर्क किया, लेकिन कोई हल न निकला। फिर किसी ने सुझाव दिया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कार्यालय में फोन के जरिए संपर्क करो। सीएम ऑफिस से मिलने के लिए बुलाया गया, लेकिन योल से शिमला पहुंचना बिटिया के लिए मुश्किल था। इसी बीच, सीएमओ से उन्हें मुख्यमंत्री के ओएसडी महेंद्र धर्माणी का नंबर दिया गया। महेंद्र धर्माणी ने तुरंत सक्रियता दिखाते हुए चुटकियों में बिटिया की समस्या का हल कर दिया। ये कहानी है कांगड़ा जिला के योल की रहने वाली अदिति की।
दरअसल, किन्हीं कारणों से अदिति का रिजल्ट अटक गया था। योल से शिमला आना अदिति के लिए मुश्किल था। उधर, पंजाब यूनिवर्सिटी में अदिति की काउंसलिंग की तिथि नजदीक आ रही थी। ऐसे समय में महेंद्र धर्माणी संकट मोचक बनकर आए। हुआ यूं कि एचपीयू में पढ़ाई कर रही अदिति का अंतिम सेमेस्टर का रिजल्ट दो विषयों के नंबर्स के कारण लटका हुआ था। पंजाब यूनिवर्सिटी में हायर एजुकेशन के लिए काउंसलिंग की तारीख नजदीक आ रही थी। काउंसलिंग वाला संस्थान अदिती से ओरिजनल मार्कशीट की मांग कर रहा था। इधर, एचपीयू प्रशासन सुस्त पड़ा हुआ था। अदिति के अनुसार उसने खुद एचपीयू में क्लर्क से लेकर एक आला अफसर तक को दर्जनों फोन किए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अदिति के पिता ने भी फोन पर फोन किए, लेकिन एचपीयू बहरा ही बना रहा। थक हार कर वे सीएम कार्यालय की शरण में गए। वहां से ओएसडी महेंद्र धर्माणी का नंबर मिला और जो काम कई दिनों से लटका हुआ था, तुरंत हो गया। अब अदिति व उसके परिवार वाले सीएम के ओएसडी का गुणगान करते नहीं थक रहे।
अदिति बताती है कि समस्या का पता चलते ही धर्माणी जी के सहयोग से एक सब्जेक्ट का रिजल्ट तीसरे दिन और एक अन्य का उस समय मिल गया जब वे चंडीगढ़ में काउंसलिंग के लिए मौजूद थे। काउंसलिंग के दौरान भी अदिति का दिल धडक़ रहा था कि क्योंकि एक विषय का रिजल्ट आना बाकी था। अदिति के अनुसार पापा ने उसे नेट पर चैक करने को कहा तो काउंसलिंग से पहले ही रिजल्ट आ गया था। मारे खुशी के मेरी आंखों से आंसू छलक पड़े। पूरा परिवार अदिति के भविष्य को बचाने के लिए ओएसडी धर्माणी का आभार जता रहा है। अदिति के पिता का कहना है कि हमारे परिवार के लिए तो धर्माणी इज ए ग्रेट मैन। अदिति के परिचय के दायरे में जितने भी लोग हैं, सब का भरोसा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व उनके कार्यालय और खासकर ओएसडी महेंद्र धर्माणी के प्रति बढ़ा है। यहां उल्लेखनीय है कि ये कोई पहला मौका नहीं है, जब महेंद्र धर्माणी ने किसी जरूरतमंद को राहत पहुंचाई हो। इससे पहले कई मौकों पर वे आन जनता के काम करके खास पहचान बना चुके हैं। उन्हें दिन भर प्रदेश भर से आए फरियादियों के काम निपटाते देखा जा सकता है। अनेक कार्य तो वे एक फोन कॉल पर ही कर देते हैं।