एक बार की बात है एक नौजबान ने सुकरात से पूछा कि सफलता का रहस्य क्या है तो सुकरात ने कहा कि अगर तुम कल शाम को नदी के किनारे मिलो तो मैं तुम्हे सफ़लता का रहस्य बता सकता हूँ!
वह लड़का शाम को सुकरात के पास पहुंचा ! सुकरात उसको पानी के अंदर ले गए !
लड़के को कुछ भी समझ में नही आ रहा था कि इस घटना से सफलता के रहष्य का क्या सम्बन्द्ध है ! लेकिन सुकरात ने उसे नदी के पानी मे डुबो दिया !
थोड़ी देर बाद लड़का सांस के लिए तड़पने लगा ! लेकिन सुकरात मजबूत थे उसको अपना मुंह बाहर नही निकालने दिया !
जब वह लड़का कुछ ज्यादा ही तड़पने लगा तो सुकरात ने उसे बाहर निकाल दिया और उस लड़के ने राहत की सांस ली !
उससे पूछा कि पानी के अंदर तुम्हारे दिमाग मे क्या चल रहा था तो उसने कहा मैं सिर्फ सांस के बारे में सोच रहा था कि कैसे भी करके मुझे सांस मिल जाये !
तो सुकरात ने कहा बस यही सफलता का रहस्य है जब तुम किसी लक्ष्य को पाने के लिए तड़प जाओ तो तुम्हे सफलता जरूर मिल जाएगी !
कभी कभी आपने बच्चो को देखा होगा कैसे किसी वस्तु या चीज को पाने के लिए पूरे जी जान से जुटे रहते है और तब तक रोते रहते है जब तक उसे पा नही लेते !
हमे भी यही चीज बच्चो से सीखनी चाहिए ! थोड़े अभ्यास के बाद हम भी छोटी छोटी चीजो में सफल होने लगेंगे !
जब छोटी छोटी चीजो में सफल हो जायेगें तो एक दिन बडा लक्ष्य भी जरूर हासिल करेंगे !
लाखो मील लम्बी यात्रा भी तो एक छोटे से कदम से ही शुरू होती है ! बस आगे बढ़ते रहो !
सुरेश कुमार शर्मा की फेसबुक वॉल से
