राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि हमें अपनी सभ्यता और संस्कृति पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय मूल्यों को अपनाकर हमें अपनी उच्च परम्पराओं का निर्वहन करना चाहिए तभी सही अर्थों हम राष्ट्र को उन्नति के मार्ग पर अग्रसर कर सकते हैं। राज्यपाल आज सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएनएल) के शनान स्थित मुख्यालय शक्ति भवन में आयोजित भारतीय नव वर्ष कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल ने कहा कि देश की उन्नति व विकास में एसजेवीएनएल का महत्वपूर्ण योगदान है। एक जिम्मेदार संस्था की तरह निगम देश हित में समाज सेवा व संस्कृति से संबंधित कार्यक्रमों का आयोजन करती है। भारतीय नव वर्ष, जो हमारी सभ्यता व संस्कृति से जुड़ा विषय है, को भी निगम ने गंभीरता से लिया है, जिसके लिए वह बधाई का पात्र है। आचार्य देवव्रत ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज की युवा पीढ़ी पाश्चात्य संस्कृति से ग्रसित है, जबकि हमारी संस्कृति, सभ्यता, वेद, शास्त्र इतने उन्नत हैं कि दुनिया को हमने आध्यात्मवादी सोच देकर जीना सीखाया। जिस समय यूरोप के लोग वलकल वस्त्र धारण करते थे, हमारा विज्ञान चरम पर था। विज्ञान और तकनीक का ज्ञान दिया। उन्होंने कहा कि इस बात में कोई संदेह नहीं कि भारतीय संस्कृति के सिद्धांत मानव जीवन के बारे में उच्च हैं। उन्होंने कहा कि ‘‘हमारे ऋषि-मुनि सामान्य व्यक्ति नहीं थे, रिसर्च स्कालर अथवा वैज्ञानिक थे। जिस बिन्दु को उन्होंने पकड़ा उसके तह तक जाने की वे क्षतमा रखते थे। हमारा विज्ञान अनुमानों पर नहीं बल्कि प्रमाणों के साथ कहा जाता था।
राज्यपाल ने कहा कि लम्बे काल तक भारत में अंग्रेजों का राज रहा और उन्होंने हमारी संस्कृति और शिक्षा नीति को सुनियोजित तरीके से नष्ट किया ताकि हम अपनी सभ्यता और संस्कृति पर गर्व न कर सके। इसलिए हमें अपनी पराम्पराओं, संस्कृति, सभ्यता, भाषा, वेषभूषा पर न केवल गर्व करना चाहिए, बल्कि जीवन का अंग बनाने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय नव वर्ष के इस पावन अवसर पर हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम राष्ट्र को कुछ दें और कार्य क्षेत्र में समर्पण भाव से कार्य करें। नशे की बुराई के खिलाफ संकल्प लें और हिन्दी भाषा को अपनाएं।
इस अवसर पर, राज्यपाल ने निगम परिसर में तेज पत्ता का पौधा भी रोपा। इससे पूर्व, एसजेवीएनएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंदलाल शर्मा ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा कहा कि राज्यपाल द्वारा प्रदेश में आरम्भ किए गए विभिन्न सामाजिक प्रकल्पों में निगम अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित बनाएगा। इस अवसर पर, डॉ. ओम प्रकाश सारस्वत ने भारतीय काल गणना की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के संयोजक एवं महाप्रबंधक सलिल शमशेरी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।