बीसीसीआई वह भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष आैर हमीरपुर से लोकसभा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार जमीन मुहैया करवाएं, जमीन मिलने की तीन साल की अवधि के भीतर शिमला में अंतरराष्ट्रीय स्तर का खेल मैदान शिमला में बना कर दूंगा। एक अखबार को दिए गए बयान पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि शिमला में तीन से चार सौ कनाल भूमि की आवश्यकता है। राज्य सरकार जिस दिन इतनी भूमि मुहैया करवा देगी, इसके बाद के तीन साल में शिमला में अंतरराष्ट्रीय स्तर का खेल मैदान बना कर देंगे। प्रदेश सरकार खेल मैदान बनाने के लिए अभी तक जमीन तक मुहैया नहीं करवा सकी है। पहले धर्मशाला में भी खेल मैदान बनाया है, शिमला में जमीन मिलने पर दूसरा स्टेडियम तैयार कर देंगे। राज्य स्तर पर हो रही हिमाचल आेलंपिक के माध्यम से करवाई जा रही खेलों का एकमात्र उद्देश्य राज्य की छुपी प्रतिभा को निखारना है। इससे युवाआें को अपनी प्रतिभा के मुताबिक ब्लाॅक, जिला आैर राज्य स्तर की खेलों में प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा।
इसकी मशाल गांव-गांव भेजने से राज्य भर में खेल का अलख जगाने का काम किया जाना है। राज्य में खेलों के स्तर को उठाने के लिए आने वाले समय में यह प्रतियोगिता अहम रोल अदा करेगी। इससे राष्ट्रीय आैर अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को खंगालने का काम किया जाना है। उन्होंने कहा कि इसके तहत स्पेशल आैर सामान्य दोनों ही तर्ज पर काम होगा। जिन खिलाड़ियों का प्रदर्शन अच्छा होगा, इन्हें कोचिंग सहित अन्य सुविधाएं देकर बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा। इससे नेशनल आैर इंटरनेशनल स्तर पर हिमाचल के खिलाड़ियों के प्रदर्शन में सुधार होगा।
युवाओं को खेल के प्रति करेंगे जागरूक
प्रदेश में हर तरफ खेल का मौहाल बनाया जा सके, इसके लिए अलग से युवाआें को जागरूक किया जाएगा। प्रदेश सरकार के खेलों आैर खिलाड़ियों के प्रति रवैये से पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष आहत दिखे। राज्य में खिलाड़ियों को आधारभूत ढांचा मुहैया करवाने से लेकर कोच देने में भी सरकार पूरी तरह से नाकाम रही है। अनुराग ठाकुर ने दावा किया कि भाजपा के सत्ता में आते ही राज्य में खिलाड़ियों को मिलने वाली सुविधाआें में इजाफा किया जाएगा।
सत्ता में आने पर खेल को विशेष अधिकार
प्रदेश में खिलाड़ियों को बेहरत आधारभूत ढांचा मिल सके, खेल प्रशिक्षकों की तैनाती हो। इस पर भाजपा सरकार ने पहले भी काम किया है, भविष्य में सत्ता में आने के बाद भी इस दिशा में काम करेगी। वर्तमान सरकार ने खेल के क्षेत्र में काम करने की बजाय राजनीति की है। इससे खिलाड़ियों को सीधे तौर पर नुकसान हो रहा है। राज्य में पिछले साढ़े चार साल के वर्तमान सरकार के कार्यकाल में हर खेल का स्तर गिरा है। सरकार राजनीति आैर बदले की भावना से काम करते हुए खिलाड़ियों को मनोबल को तोड़ रही है।